दीपसेन
From जैनकोष
पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप नन्दिसेन के शिष्य तथा धरसेन (श्रुतावतार वाले से भिन्न) के गुरु थे। – देखें - इतिहास / ७ / ८ ।
पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप नन्दिसेन के शिष्य तथा धरसेन (श्रुतावतार वाले से भिन्न) के गुरु थे। – देखें - इतिहास / ७ / ८ ।