प्रमाण संग्रह
From जैनकोष
आ. अकलंक भट्ट (ई. ६२०-६८०) रचित न्याय विषयक यह ग्रन्थ बहुत जटिल है । संस्कृत गद्य व पद्य निबद्ध है, तथा इनकी अन्तिम कृति है । इस पर आ. अनन्तवीर्य (ई. ९७५-१०२५) कृत प्रमाण संग्रहालंकार नाम की एक संस्कृत टीका उपलब्ध है । इसमें ९ प्रस्ताव तथा कुल ८७ १/२ कारिकाएँ हैं । स्वयं - अकलंक देवने इन कारिकाओं पर एक विवृत्ति लिखी है । दोनों का मिलकर कुल गद्य व पद्य प्रमाण ८०० श्लोक प्रमाण है ।