प्रेष्य प्रयोग
From जैनकोष
स.सि./७/३१/३६९/१० एवं कुर्विति नियोगः प्रेष्यप्रयोगः । = ऐसा करो इस प्रकार काम में लगाना प्रेष्यप्रयोग है ।
रा.वा./७/३१/२/५५६/४ परिच्छिन्नदेशाद्बहिः स्वयमगत्वा अन्यमप्यनीय द्वेष्यप्रयोगेणैवाभिप्रेतव्यापारसाधनं प्रेष्यप्रयोगः । = स्वीकृत मर्यादा से बाहर स्वयं न जाकर और दूसरे को न बुलाकर भी नौकर के द्वारा इष्ट व्यापार सिद्ध करना प्रेष्य प्रयोग है । (चा.सा./१६/१) ।