मषिकर्म
From जैनकोष
वृषभदेव द्वारा बताये गये आजीविका के छ: कर्मों में एक कर्म-लेखन कार्य द्वारा आजीविका करना । महापुराण 16.179, 181, हरिवंशपुराण 9.35
वृषभदेव द्वारा बताये गये आजीविका के छ: कर्मों में एक कर्म-लेखन कार्य द्वारा आजीविका करना । महापुराण 16.179, 181, हरिवंशपुराण 9.35