महातम:प्रभा
From जैनकोष
- स.सि./३/१/२०३/९ महातम:भासहचरिता भूमिर्महातम:प्रभा इति = जिसकी प्रभा गाढ अन्धकार के समान है वह महातम:प्रभाभूमि है। (ति. प./२/२१)। (रा.वा./१/३/३/१५९/१९); (विशेष देखें - तम :प्रभा)।
- इसका अपर नाम माधवी है। इसका आकार अवस्थान आदि– देखें - नरक / ५ / ११ ।