मोक्षशिला
From जैनकोष
सिद्धशिला । यह लोक के अग्रभाग में वर्तुलाकार पैंतालीस लाख योजन विस्तृत तथा बारह योजन मोटी है । वीरवर्द्धमान चरित्र 11. 109
सिद्धशिला । यह लोक के अग्रभाग में वर्तुलाकार पैंतालीस लाख योजन विस्तृत तथा बारह योजन मोटी है । वीरवर्द्धमान चरित्र 11. 109