रविषेण
From जैनकोष
सेन संघ की गुर्वावली के अनुसार आप लक्ष्मण सेन के शिष्य थे । वि. ७३४ में आपने पद्मपुराण की रचना की थी । तदनुसार आपका समय−वि. ७००-७४० ई. ६४३-६८३ (प. पु./१२३/१८२); ( देखें - इतिहास / ७ / ६ ); (ती./२/२७६) ।
सेन संघ की गुर्वावली के अनुसार आप लक्ष्मण सेन के शिष्य थे । वि. ७३४ में आपने पद्मपुराण की रचना की थी । तदनुसार आपका समय−वि. ७००-७४० ई. ६४३-६८३ (प. पु./१२३/१८२); ( देखें - इतिहास / ७ / ६ ); (ती./२/२७६) ।