विशिष्ट
From जैनकोष
- ध.१०/४, २, ४, ३/२३/६ सिया विसिट्ठा, कयाइं वयादो अहियाय दंसणादो। = (ज्ञानावरणीय द्रव्य) स्यात् विशिष्ट है, क्योंकि कदाचित् व्यय की अपेक्षा अधिक आय देखी जाती है।
- नोओम नोविशिष्ट–देखें - ओम।
- सौमनस पर्वत का एक कूट व उसका रक्षक देव– देखें - लोक / ५ / ४ ।