शिशुपाल
From जैनकोष
- इसके साथ पहले रूक्मिणी का सम्बन्ध हो गया था (ह.पु./४६/५३) कृष्ण द्वारा रुक्मिणी के हर लिये जाने पर युद्ध में मारा गया (ह.पु./४२/९४)।
- पाटली पुत्र का राजा था। (वी.नि.३) के पश्चात् इसके चतुर्मुख नाम का पुत्र हुआ, जो कि अत्याचारी होने से कल्की सिद्ध हुआ। (म.पु./७६/४००)
- मगध देश की राज्य वंशावली के अनुसार यह राजा इन्द्र का पुत्र व चतुर्मुख (कल्कि) का पिता था। यद्यपि इसे कल्कि नहीं बताया गया है, परन्तु जैसा कि वंशावली में बताया गया है यह भी अत्याचारी व कल्की था। हूणवंशी तोरमाण ही शिशुपाल है। समय - वी.नि.१००-१०३३ (ई.४७४-५०७) विशेष - देखें - इतिहास / ३ / ४ ।