समुद्रविजय
From जैनकोष
ह.पु./सर्ग/श्लोक अन्धकवृष्णिका पुत्र था। तथा कृष्ण के ताऊ थे। (१८/१२-१४) नेमिनाथ भगवान् के पिता थे (३८/९;४८/४३-४४) अन्त में दीक्षा धारणकर (६१/९) गिरनार पर्वत पर से मोक्ष प्राप्त किया (६५/१६)।
ह.पु./सर्ग/श्लोक अन्धकवृष्णिका पुत्र था। तथा कृष्ण के ताऊ थे। (१८/१२-१४) नेमिनाथ भगवान् के पिता थे (३८/९;४८/४३-४४) अन्त में दीक्षा धारणकर (६१/९) गिरनार पर्वत पर से मोक्ष प्राप्त किया (६५/१६)।