सर्वचंद्र
From जैनकोष
नन्दिसंघ के देशीयगण की गुर्वावली के अनुसार आप वसुनन्दि के शिष्य तथा दामनन्दि के गुरु थे। समय -वि.९७५-१००५ (ई.९१८-९४८); ( देखें - इतिहास / ७ / ५ )।
नन्दिसंघ के देशीयगण की गुर्वावली के अनुसार आप वसुनन्दि के शिष्य तथा दामनन्दि के गुरु थे। समय -वि.९७५-१००५ (ई.९१८-९४८); ( देखें - इतिहास / ७ / ५ )।