सहस्रायुध
From जैनकोष
म.पु./६३/श्लोक-वज्रायुध का पुत्र था।४५। मुनि पिहितास्रव से दीक्षा लेकर, पिता का भोग समाप्त होने पर उसके पास जाकर घोर तप किया। संन्यासमरण कर अधोग्रैवेयक में अहमिन्द्र हुआ।१३८-१४१।
म.पु./६३/श्लोक-वज्रायुध का पुत्र था।४५। मुनि पिहितास्रव से दीक्षा लेकर, पिता का भोग समाप्त होने पर उसके पास जाकर घोर तप किया। संन्यासमरण कर अधोग्रैवेयक में अहमिन्द्र हुआ।१३८-१४१।