सिद्धिविनिश्चय
From जैनकोष
आ.अकलंक भट्ट (ई.६२०-६८०) कृत यह न्यायविषयक ग्रन्थ संस्कृत पद्य बद्ध है। इस पर रचयिता कृत ही एक स्वोपज्ञ वृत्ति है। इसमें १२ अधिकार हैं। मूल ग्रन्थ में कुल २८ श्लोक हैं। इस ग्रन्थ पर आ.अनन्तवीर्य (ई.९७५-१०२५) कृत एक संस्कृत टीका है। यह सर्व गद्य पद्य व टीका मिलकर २०×३०-८ साइज़ के मुद्रित ६५० पृष्ठ प्रमाण है। (ती./२/३०६)