एषणा
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से ==
शुद्धि -
देखें शुद्धि ।
समिति -
देखें समिति - 1।
पुराणकोष से
एक समिति । शरीर की स्थिरता के लिए पिण्डशुद्धिपूर्वक मुनि का छियाछीस दोषों से रहित आहार ग्रहण करना । छियालीस दोषों में सोलह उद्गज दोष सोलह उत्पादन दोष, दस एषणा दोष और चार दानी दोष होते हैं । पद्मपुराण 14.108, हरिवंशपुराण 2.124, 9.187-188, पांडवपुराण 9.93