अनु
From जैनकोष
सर्वार्थसिद्धि अध्याय संख्या /२/२६/१८३ अनुशब्दस्यानुपूर्व्येण वृत्तिः।
= `अनु'शब्द का अर्थ यथाक्रम करि' ऐसा है।
( राजवार्तिक अध्याय संख्या २/२६,२/१३७/२८)।
सर्वार्थसिद्धि अध्याय संख्या /२/२६/१८३ अनुशब्दस्यानुपूर्व्येण वृत्तिः।
= `अनु'शब्द का अर्थ यथाक्रम करि' ऐसा है।
( राजवार्तिक अध्याय संख्या २/२६,२/१३७/२८)।