अपराजिता
From जैनकोष
१. भगवान् मुनिसुव्रतनाथकी शासिका यक्षिणी-दे.तीर्थंकर/५/३; २. पूर्व विदेहस्थ महावत्सा देशकी मुख्य नगरी-दे.लोक ५/२; ३. नन्दीश्वर द्वीपके पश्चिममें स्थित एक वापी; दे. लोक/५/११; ४. रुचकपर्वत निवासिनी दिक्कुमारी-दे. लोक/५/१३।
१. भगवान् मुनिसुव्रतनाथकी शासिका यक्षिणी-दे.तीर्थंकर/५/३; २. पूर्व विदेहस्थ महावत्सा देशकी मुख्य नगरी-दे.लोक ५/२; ३. नन्दीश्वर द्वीपके पश्चिममें स्थित एक वापी; दे. लोक/५/११; ४. रुचकपर्वत निवासिनी दिक्कुमारी-दे. लोक/५/१३।