अरुणप्रभ
From जैनकोष
१. उत्तर अरुणवर द्वीपका रक्षक देव- दे. भवन/४; २. उत्तर अरुणवर समुद्रका रक्षक देव- दे. भवन/४
अरुणमणि -
आप एक कवि थे। आपने `अजित पुराण' ग्रन्थ रचा। समय-वि. १७१६ (ई.१६५९) में उपरोक्त ग्रन्थ पूर्ण किया था।
(महापुराण / प्रस्तावना २०/पं.पन्नालाल) (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा, पृष्ठ संख्या ४/८९)।