कुबेरमित्र
From जैनकोष
जम्बूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में स्थित पुष्कलावती देश की पुण्डरीकिणी नगरी के राजा प्रजापाल का राजश्रेष्ठी । इसकी धनवती आदि बत्तीस स्त्रियां थीं । धनवती का पुत्र कुबेरकान्त था । इसका समुद्रदत्त नाम का एक साला भी इसके नगर में रहता था । महापुराण 19.56, पांडवपुराण 3.201-203 राजा के मन्त्री फल्गुमति ने इसे अपना विरोधी जानकर राजा के द्वारा हटा दिया था । बाद में इसकी सच्चाई और विवेक के कारण राजा ने इसे अपने पास पूर्ववत् मुक्ता लिया था । महापुराण 46.52-72