जाति भट
From जैनकोष
राजपुर-नगर-निवासी धनी भालकर पुष्पदंत और कुसुमश्री का पुत्र । यह धनदत्त के पुत्र चंद्राभ का मित्र था । मद्य-मांस की निवृत्ति से मरकर यह विद्याधर हुआ था । इसने जीवंधर कुमार के साथ अपने पूर्वभव का संबंध बताया था । महापुराण 75.529-530