जिनरुफ्ता
From जैनकोष
गर्भान्वय क्रिया के अन्तर्गत गृहस्थ की त्रेपन क्रियाओं मे चौबोसवीं क्रिया और दीक्षान्वय से सम्बन्धित उन्नीसवीं क्रिया । इसमें वस्त्र आदि सम्पूर्ण परिग्रह से रहित होकर किसी मुनि से दिगम्बर दीक्षा ली जाती है । महापुराण 38.55-63, 159, 39.78