ज्वलनजटी
From जैनकोष
विजयार्ध पर्वत की दक्षिण श्रेणी के रथनूपुर नगर का विद्याधर राजा । इसने विजयार्ध पर्वत के ही द्युतिलक नामक नगर के राजा विद्याधर चन्द्राभ की पुत्री वायुवेगा के साथ विवाह किया था । यह एक भार्या व्रतधारी था । इन दोनों के अर्ककीर्ति नाम का पुत्र और स्वयंप्रभा नाम की पुत्री हुई थी । पुत्री का विवाह इसने प्रथम नारायण त्रिपृष्ठ से किया था । अमिततेज इसका पौत्र और सुतारा पौत्री थी । महापुराण 62.25, 30, 41, 151-152, पांडवपुराण 4.12, वीरवर्द्धमान चरित्र 3.71-95