त्रिलोक तीज व्रत
From जैनकोष
व्रत विधान सं./106 तीन वर्ष तक प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ला तीज को उपवास। जाप–ओं ह्रीं त्रिलोक सम्बन्धी अकृत्रिमजिन चैत्यालयेभ्यो नम:। इस मन्त्र का त्रिकाल जाप।
व्रत विधान सं./106 तीन वर्ष तक प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ला तीज को उपवास। जाप–ओं ह्रीं त्रिलोक सम्बन्धी अकृत्रिमजिन चैत्यालयेभ्यो नम:। इस मन्त्र का त्रिकाल जाप।