दूत
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से ==
- आहार का एक दोष–देखें आहार - II.4।
- वसतिका का एक दोष–देखें वस्तिका ।
पुराणकोष से
सन्देशवाहक । राज्य संचालन में इनका बड़ा महत्त्व है । ये तीन प्रकार के होते हैं― निःसृष्टार्थ, मितार्थ और पत्रवाहक । महापुराण 43.202