अन्तर्विचारिणी
From जैनकोष
विद्याधरों को प्राप्त एक विद्या । अनेक शक्तियों से युक्त यह विद्या विशेषत औषधिज्ञान में सहायक होती है । हरिवंशपुराण 22.67-69
विद्याधरों को प्राप्त एक विद्या । अनेक शक्तियों से युक्त यह विद्या विशेषत औषधिज्ञान में सहायक होती है । हरिवंशपुराण 22.67-69