नागप्रिय
From जैनकोष
मध्य भरतखंड के चेदि देश के पास का एक पर्वत भरतेश ने इस पर्वत को लांघकर चेदि देश के हाथियों को अपने वश में किया था । महापुराण 29.57-58
मध्य भरतखंड के चेदि देश के पास का एक पर्वत भरतेश ने इस पर्वत को लांघकर चेदि देश के हाथियों को अपने वश में किया था । महापुराण 29.57-58