पुष्यमित्र
From जैनकोष
यह मरीचि का जीव था और भारद्वाज की भार्या पुष्पदत्ता का पुत्र था । यह पारिव्राजक हुआ और इसने संख्यात तत्त्वों का उपदेश दिया । मरकर यह सौधर्म स्वर्ग में देव हुआ । अनेक पर्यायों के पश्चात् यह चौबीसवां तीर्थंकर महावीर हुआ । महापुराण 74.66-73 देखें महावीर