संज्वलित
From जैनकोष
तीसरी मेघा नाम की नरकभूमि के नौ प्रस्तांरो में आठवें प्रस्तार का इन्द्रक बिल । इसकी चारों दिशाओं में बहत्तर और विदिशाओं में अड़सठ कुल एक सौ चालीस श्रेणिबद्ध बिल है । हरिवंशपुराण 4.81, 125
तीसरी मेघा नाम की नरकभूमि के नौ प्रस्तांरो में आठवें प्रस्तार का इन्द्रक बिल । इसकी चारों दिशाओं में बहत्तर और विदिशाओं में अड़सठ कुल एक सौ चालीस श्रेणिबद्ध बिल है । हरिवंशपुराण 4.81, 125