मेरुनंदना
From जैनकोष
नन्दनवन के एक व्यन्तरदेव की स्त्री । यह आगामी चौथे भव में कृष्ण की पटरानी जाम्बवती हुई थी । हरिवंशपुराण 60.46
नन्दनवन के एक व्यन्तरदेव की स्त्री । यह आगामी चौथे भव में कृष्ण की पटरानी जाम्बवती हुई थी । हरिवंशपुराण 60.46