यशोनंदि
From जैनकोष
नन्दिसंघबलात्कारगण की गुर्वावली के अनुसार आप यशःकीर्ति के शिष्य तथा देवनन्दि के गुरु थे। समय−श. सं. 211-258 (ई. 289-336)–देखें इतिहास - 7.2।
नन्दिसंघबलात्कारगण की गुर्वावली के अनुसार आप यशःकीर्ति के शिष्य तथा देवनन्दि के गुरु थे। समय−श. सं. 211-258 (ई. 289-336)–देखें इतिहास - 7.2।