रविनंदि
From जैनकोष
आप षट्खण्ड के ज्ञाता, शुभनन्दि के सहचर तथा बप्पदेव (ई. श. 1) के शिक्षा गुरु थे । बप्पदेव के अनुसार आपका समय ई. श. एक आता है । ( षट्खण्डागम/1/ प्र./51/H.L. Jain ); ( सिद्धि विनिश्चय/ प्र. 78/पं. महेन्द्र) ।
आप षट्खण्ड के ज्ञाता, शुभनन्दि के सहचर तथा बप्पदेव (ई. श. 1) के शिक्षा गुरु थे । बप्पदेव के अनुसार आपका समय ई. श. एक आता है । ( षट्खण्डागम/1/ प्र./51/H.L. Jain ); ( सिद्धि विनिश्चय/ प्र. 78/पं. महेन्द्र) ।