शंकराचार्य
From जैनकोष
ब्राह्मण जाति के थे। हिन्दू धर्म के (विशेषत: अद्वैतवाद के) महान प्रचारक थे। गौड़पाद के शिष्य गोविन्द के शिष्य थे। ब्रह्माद्वैतमत के संस्थापक थे। केवल 28 वर्ष की आयु थी। ई.788 में मालाबार में जन्म हुआ था। मृत्यु ई.816।
ब्राह्मण जाति के थे। हिन्दू धर्म के (विशेषत: अद्वैतवाद के) महान प्रचारक थे। गौड़पाद के शिष्य गोविन्द के शिष्य थे। ब्रह्माद्वैतमत के संस्थापक थे। केवल 28 वर्ष की आयु थी। ई.788 में मालाबार में जन्म हुआ था। मृत्यु ई.816।