शंकरानंद
From जैनकोष
बहुत बड़ा तार्किक व नैयायिक एक बौद्ध साधु था। कृति–अपोहसिद्धि, प्रतिबन्धसिद्धि। समय–ई.810 (स्याद्वाद सिद्धि। प्र.पृ.20 पं.दरबारीलाल)।
बहुत बड़ा तार्किक व नैयायिक एक बौद्ध साधु था। कृति–अपोहसिद्धि, प्रतिबन्धसिद्धि। समय–ई.810 (स्याद्वाद सिद्धि। प्र.पृ.20 पं.दरबारीलाल)।