साधुसमाधि
From जैनकोष
सोलहकारण भावनाओं में एक भावना― बाह्य और आभ्यन्तर कारणों से मुनिसंघ के तपश्चरण में विघ्न आने पर मुनिसंघ की रक्षा करना । महापुराण 63.325, हरिवंशपुराण 34.139
सोलहकारण भावनाओं में एक भावना― बाह्य और आभ्यन्तर कारणों से मुनिसंघ के तपश्चरण में विघ्न आने पर मुनिसंघ की रक्षा करना । महापुराण 63.325, हरिवंशपुराण 34.139