अंध्र
From जैनकोष
(1) धूमप्रभा पृथिवी के चतुर्थ प्रकारक का इंद्रक बिल । इसकी चारों दिशाओं में चौबीस, विदिशाओं में बीस कुल चवालीस श्रेणिबद्ध बिल है । हरिवंशपुराण 4.141, देखें धूमप्रभा
(2) दक्षिण का एक देश । लवणांकुश ने यहाँ के राजा को पराजित किया था । पद्मपुराण 101.84-86