उदक्ककुरु
From जैनकोष
मेरु पर्वत की उत्तरदिशा में वर्तमान निचे के क्षेत्र का एक भाग । यहाँ उत्तम भोगभूमि की रचना है । महापुराण 5.98
मेरु पर्वत की उत्तरदिशा में वर्तमान निचे के क्षेत्र का एक भाग । यहाँ उत्तम भोगभूमि की रचना है । महापुराण 5.98