कर्णाट
From जैनकोष
वृषभदेव के समय में इंद्र द्वारा निर्मित दक्षिण का एक देश । यहाँ के राजा हल्दी, तांबूल और अंजन के प्रेमी हुए है । भरतेश के सेनापति ने यहाँ के तत्कालीन राजा को हराकर अपनी अधीनता स्वीकार करायी थी । महापुराण 16. 141-148, 154,29.91 पांडवपुराण 1.132-134, अपरनाम कर्णाटक