जांबद
From जैनकोष
(1) जंबूद्वीप के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी का एक नगर । इस नगर की स्थिति विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी में है । अपरनाम जंबूपुर । महापुराण 71.368, हरिवंशपुराण 44.4,60.52
(2) एक विद्याधर । यह शिवचंद्रा का पति तथा उससे उत्पन्न राजकुमार विश्वसेन और राजकुमारी जांबवती का पिता था । इसने अपनी सुंदर पुत्री जांबवती का हरण करने वाले कृष्ण के सेनापति अनावृष्टि के साथ युद्ध किया था । अनावृष्टि ने उसे बाँधकर कृष्ण को दिखाया था । इस दुर्घटना से इसे वैराग्य हो गया । इसने अपने पुत्र विश्वसेन को कृष्ण के आधीन करके तपस्या के लिए वन का आश्रय लिया । हरिवंशपुराण 44.4-17,60.53
(3) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी का एक पर्वत । हरिवंशपुराण 44.7
(4) वानरवंशी एक विद्याधर । इसकी ध्वजा मे महावृक्ष का चिह्न था । पद्मपुराण 54.58