प्राभृत-प्राभृत
From जैनकोष
श्रुतज्ञान के बीस भेदों में तेरहवाँ भेद । यह ज्ञान अनुयोग समास ज्ञान में एक अक्षर रूप श्रुतज्ञान की वृद्धि होने से होता है । हरिवंशपुराण 10.12-13 देखें श्रुतज्ञान
श्रुतज्ञान के बीस भेदों में तेरहवाँ भेद । यह ज्ञान अनुयोग समास ज्ञान में एक अक्षर रूप श्रुतज्ञान की वृद्धि होने से होता है । हरिवंशपुराण 10.12-13 देखें श्रुतज्ञान