बंधु
From जैनकोष
(1) सीता-स्वयंवर में सम्मिलित एक नृप । पद्मपुराण 28.215
(2) बंधन रूप व्यक्ति । ये सुख और दु:ख दोनों के कारण होते हैं । महापुराण 4.149, 63.228
(1) सीता-स्वयंवर में सम्मिलित एक नृप । पद्मपुराण 28.215
(2) बंधन रूप व्यक्ति । ये सुख और दु:ख दोनों के कारण होते हैं । महापुराण 4.149, 63.228