भद्रक
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से == यक्ष जाति के व्यंतर देवों का एक भेद–देखें यक्ष ।
पुराणकोष से
(1) सुषमा-सुषमा काल के कोमल परिणामी पुरुष । महापुराण 3. 43, 71
(2) श्रावस्ती का एक शुभ परिणामी भैंसा । इसे यह नाम श्रावस्ती नगरी के एक सेठ कामदत्त से मिला था । यहाँ के राजकुमार मृगध्वज के द्वारा पूर्वजन्म के वैरवश इसका एक पैर काट दिये जाने से यह अठारहवें दिन मर गया था । हरिवंशपुराण 28.14-28