चमरेंद्र
From जैनकोष
(प.पु./सर्ग/श्लोक नं) शत्रुघ्न द्वारा राजा मधु के मारे जाने पर अपने शूलरत्न को विफल हुआ देख। (९०/३) इसने क्रोधवश मथुरा में महामारी रोग फैलाया था। (९०/२२)। जो पीछे सप्त ऋषियों के आगमन के प्रभाव से नष्ट हुआ। (९२/९)।
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