उपवास
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें प्रोषधोपवास ।
पुराणकोष से
एक बाह्य तप-अनशन । विधियुक्त उपवास कर्मनाशक होता है । इससे सिद्धत्व प्राप्त होता है । वृषभदेव ने एक वर्ष पर्यंत यह तप किया था । महापुराण 6.142, 145,7.16, 20. 28-29, पद्मपुराण 14.114-115