नक्षत्रमाला व्रत
From जैनकोष
प्रथम अश्विनी नक्षत्र से लेकर एकांतरा क्रम से 54 दिन में 27 उपवास पूरे करे। नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत-विधान-संग्रह/पृ.53); (किशनसिंह क्रियाकोश)।
प्रथम अश्विनी नक्षत्र से लेकर एकांतरा क्रम से 54 दिन में 27 उपवास पूरे करे। नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत-विधान-संग्रह/पृ.53); (किशनसिंह क्रियाकोश)।