परिणम्य परिणामक शक्ति
From जैनकोष
समयसार / आत्मख्याति/ परि./शक्ति नं. 15 परात्मनिमित्तकज्ञेयज्ञानाकारग्रहण-ग्राहणस्वभावरूपा परिणम्यपरिणामकत्वशक्तिः। = पर और आप जिनका निमित्त है ऐसे ज्ञेयाकार ज्ञानाकार उनका ग्रहण करना और ग्रहण कराना ऐसा स्वभाव जिसका रूप है, ऐसी परिणम्य परिणामकत्व नाम पंद्रहवीं शक्ति है।