संतोष भावना
From जैनकोष
पंचास्तिकाय / तात्पर्यवृत्ति/173/254/13 ..मानापमानसमताबलेनाशनपानादौ यथालाभेन संतोषभावना.. मान-अपमान में समता से, अनशनपानादि में यथा लाभ में समता रखना सो संतोष भावना है।
अधिक जानकारी के लिए देखें भावना ।
पंचास्तिकाय / तात्पर्यवृत्ति/173/254/13 ..मानापमानसमताबलेनाशनपानादौ यथालाभेन संतोषभावना.. मान-अपमान में समता से, अनशनपानादि में यथा लाभ में समता रखना सो संतोष भावना है।
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