अभ्यंतर कारण
From जैनकोष
जो स्वयं कार्यरूप परिणमित होता है, उसे अभ्यंतर कारण अथवा उपादान कारण कहते हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें कारण - II।
जो स्वयं कार्यरूप परिणमित होता है, उसे अभ्यंतर कारण अथवा उपादान कारण कहते हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें कारण - II।