ब्रह्महृदय
From जैनकोष
ब्रह्महृदय namak ब्रह्म स्वर्ग का (लांतव युगल का) का प्रथम इंद्रक विमान है। विद्युन्माली इसी में जन्म लेकर ब्रह्म स्वर्ग का इंद्र हुआ था । महापुराण 76.32, हरिवंशपुराण 6.50
ब्रह्महृदय namak ब्रह्म स्वर्ग का (लांतव युगल का) का प्रथम इंद्रक विमान है। विद्युन्माली इसी में जन्म लेकर ब्रह्म स्वर्ग का इंद्र हुआ था । महापुराण 76.32, हरिवंशपुराण 6.50