प्रियोद्भव
From जैनकोष
गृहस्थ की त्रेपन क्रियाओं में छठी क्रिया । यह क्रिया प्रसूति के पश्चात् की जाती हे । इसमें सिद्धपूजा के पश्चात् जिन मंत्रों का जाप किया जाता है वै ये हैं― दिव्यनेमिविजयाय स्वाहा, परमनेमिविजयाय स्वाहा, आर्हंत्य नेमिविजयाय स्वाहा । महापुराण 38.55, 85-86, 40.108-109