अपक्षय
From जैनकोष
राजवार्तिक अध्याय 4/42/4/250/19 क्रमेण पूर्वभावैकदेशनिवृत्तिरपक्षयः।
= क्रमपूर्वक पूर्वभाव की एकदेश निवृत्ति होना अपक्षय है।
राजवार्तिक अध्याय 4/42/4/250/19 क्रमेण पूर्वभावैकदेशनिवृत्तिरपक्षयः।
= क्रमपूर्वक पूर्वभाव की एकदेश निवृत्ति होना अपक्षय है।