राजधानी
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
- एक राजधानी में आठ सौ गाँव होते हैं। ( महापुराण/16/175 );
- चक्रवर्ती की राजधानी का स्वरूप−देखें शलाका पुरुष - 2.13।
पुराणकोष से
आठ सौ ग्रामों में प्रमुख नगर । महापुराण 16.175,
आठ सौ ग्रामों में प्रमुख नगर । महापुराण 16.175,